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Tuesday, November 26, 2024

RSRDC में टोल टेंडर के नाम पर घोटाले का आरोप

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मुख्यालय पर हुआ प्रदर्शन, एमडी का किया घेराव
चहेतों को टोल देना चाहती है सरकार - चौपदार
जयपुर। #RSRDC द्वारा प्रदेश में संचालित टोल मार्गों पर टोल वसूली के लिए जारी टेंडरों में हो रही गड़बड़ी और फिक्सिंग को लेकर झालाना स्थित आरएसआरडीसी मुख्यालय पर मंगलवार को प्रदर्शन किया। सैकड़ों की संख्या में आए लोगों ने एमडी सुनील जय सिंह का घेराव भी किया। कार्यालय में अचानक आए इन लोगों को देखकर स्टाॅफ भी बाहर आ गया। प्रदर्शनकारियों ने ’’पर्ची सरकार में-खर्ची से टेंडर’’, ’’ आरएसआरडीसी की पर्ची सरकार की खर्ची’’, ’’टोल में चोरी का नया पेटर्न बंद करो’’, ’’जब फिक्सिंग की करनी है तो टेंडर का ढोंग क्यों’’ ’’राजस्व को डकार रहा भ्रष्टाचार,युवाओं को कैसे मिलेगा रोजगार’’ जैसे नारे लिखी तख्तियां हाथों में लेकर नए टोल टेंडरों में ’’फिक्सिंग’’ के आरोप लगा प्रदर्शन किया। नारेबाजी करते हुए लोग एमडी के कमरे में घुस गए। इस पर एमडी सुनील जय सिंह ने प्रदर्शनकारियों से वार्ता कर उनकी बात सुनी। प्रदर्शनकारी यूनूस चौपदार ने बताया की विभाग ने कुछ चुनिंदा टोल कंपनियों को फायदा पहुचाने के उदृेश्य से टेंडर बनाया है। इससे ठेकेदारों को चोरी का अवसर मिलेगा और युवाओं का रोजगार छिनेगा। चौपदार ने मांग रखी की अधिकारी इस बात की गारंटी ले कि विगत वर्ष की तुलना में इन नए पेटर्न से राजस्व में कमी नहीं होगी। और राजस्व कम होता है तो जिम्मेदार अधिकारियों से इसकी वसूली की जाए।
टोल टेंडर में बड़ी गड़बड़
चौपदार ने बताया की टेंडर में चार पैकेज बनाए गए है,जिसमें अलग-अलग पैकेज में दो से छः टोल रूट रखे गए है। इस पैटर्न से टोल माफिया का एकाधिकार कायम हो जाएगा और ठेकेदारों के मौज होगी। मैनपावर सप्लाई के इस टेंडर में कही भी कर्मचारियों के न्यूनतम मानदेय का निर्धारण नहीं किया गया है और जानबूझकर नियमविरूध ऐसी शर्तें लगाई गई है,जो आरएसआरडीसी का कोई भी वर्तमान ठेकेदार पूरी नहीं करता है। चौपदार ने आरोप लगाया कि यह सब शर्त निविदा की गोपनियता भंग कर अधिकारियों ने किसी फर्म विशेष से सांठगाठ कर लगाई है। वित्त विभाग के नियमों के अनुसार टेंडर प्रकिया में प्रथम अपील अधिकारी उपापन संस्था से उपर के अधिकारी को बनाने का प्रावधान है,लेकिन फिक्सिंग के इस खेल में टेंडर जारी कर्ता महाप्रबंधक आरएसआरडीसी को ही प्रथम अपील अधिकारी बना दिया गया है।  
टोलकर्मी बोले हम कहा जाएं
प्रदर्शन में शामिल टोलकर्मियों ने कहा कि सरकार राइजिंग राजस्थान में बाहरी निवेश लाकर रोजगार देने का दावा कर रही है। लेकिन इन टेंडरों की शर्ताें से ’’फिक्सिंग’’ के कारण प्रदेश में टोल संग्रहण का काम कर रही स्थानीय कंपनीयां बाहर हो जाएगी,तो सालों से काम कर रहे युवा बेरोजगार हो जाएंगें। 


अनशन की चेतावनी
यूनूस चौपदार ने एमडी सुनील जयसिंह से वार्ता के दौरान कहा कि पिछले सप्ताह इन टोल टेंडरों में गड़बड़ियों के खिलाफ मुख्यमंत्री,मुख्य सचिव और विभागीय अधिकारियों को ज्ञापन मेल किया जा चुका है,लेकिन मिलीभगत के चलते कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। ऐसे में जल्द सरकार कोई कार्रवाई नहीं करती है तो मजबूरन अनशन पर बैठना पड़ेगा।
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Saturday, October 26, 2024

Club Mahindra ने ‘क्लब महिंद्रा पावागढ़’ के लॉन्च के साथ गुजरात में किया विस्तार

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 मुंबई, 26 अक्टूबर 2024: महिंद्रा हॉलिडेज़ एंड रिसॉर्ट्स इंडिया लिमिटेड के प्रमुख ब्रांड, क्लब महिंद्रा ने गुजरात में अपना नया रिसॉर्ट, क्लब महिंद्रा पावागढ़ लॉन्च किया है। यह नया रिसॉर्ट, सदस्यों को पावागढ़ की पहाड़ियों और विशाल कृषि क्षेत्र की खूबसूरती में डूबने का मौका प्रदान करता है।

क्लब महिंद्रा पावागढ़ वडोदरा, अहमदाबाद, राजकोट, सूरत, उदयपुर, नासिक, उज्जैन और इंदौर जैसे प्रमुख शहरों के निकट है और प्रकृति प्रेमियों के लिए आदर्श गंतव्य है। पावागढ़, अपने सुंदर नज़ारे और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है। यह शहर अपनी प्राकृतिक खूबसूरती और ऐतिहासिक महत्व के लिहाज़ से सदस्यों को आकर्षित करता है। यह रिसॉर्ट उन परिवारों के लिए बनाया गया है जो पावागढ़ में आरामदेह माहौल में घूमना-फिरना चाहते हैं और एक-दूसरे से जुड़ना चाहते हैं।

क्लब महिंद्रा पावागढ़ रिसॉर्ट में 100 सुसज्जित कमरे हैं और यह  7 एकड़ में फैला हुआ है। यहां मेहमान विभिन्न किस्म के अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। इस रिसॉर्ट में करीने से सज़े खूबसूरत बगीचे, स्विमिंग पूल, एक मल्टी-क्विज़ीन वाले रेस्तरां और विभिन्न गतिविधियों के लिए पर्याप्त खुली जगहें हैं। यह खूबसूरत रिसॉर्ट इनडोर और आउटडोर लिविंग स्पेस को मिलाकर आराम करने एकदम सटीक जगह है।
गुजरात में क्लब महिंद्रा पावागढ़ के लिए बुकिंग अब क्लब महिंद्रा की वेबसाइट और ऐप पर शुरू हो गई है।
महिंद्रा हॉलिडेज़ एंड रिसॉर्ट्स इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी, मनोज भाट ने इस लॉन्च पर अपनी टिप्पणी में कहा, "यह लॉन्च हमारे सदस्यों के लिए घूमने-फिरने के शानदार अवसर तैयार करने के प्रति हमारी ब्रांड की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। यूनेस्को-सूचीबद्ध चंपानेर-पावागढ़ पुरातत्व पार्क से करीब होने के कारण यह रिसॉर्ट सांस्कृतिक समृद्धि का अहसास कराता है। यह लॉन्च असाधारण तरीके से छुट्टी बिताने में मदद करने के हमारे दृष्टिकोण को दर्शाता है जो आराम, संस्कृति और प्रकृति का सहज मेल प्रस्तुत करता है।"
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Friday, March 22, 2024

सीकर की Prince UCH School की CBSC मान्यता रद्द

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जयपुर। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने देश के अलग-अलग राज्यों के 20 स्कूलों की मान्यता रद्द कर दी है। इन स्कूलों में राजस्थान के दो स्कूल भी शामिल है। सबसे चौंकाने वाला नाम सीकर का प्रिंस यूसीएच माध्यमिक विद्यालय और जोधपुर के ग्लोबल इंडियन इंटरनेशनल स्कूल का है। सीबीएसई सचिव हिमांशु गुप्ता ने बताया कि इन स्कूलों में नियम विरुद्ध आचरण करने के साथ-साथ कदाचार में लिप्त रहने के आरोप हैं। उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के अलावा केरल और उत्तराखंड के स्कूलों पर भी गाज गिरी है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और असम के भी कई स्कूलों की मान्यता भी रद्द की गई है। इसके अलावा दिल्ली, पंजाब और असम के तीन स्कूलों की मान्यता को डाउनग्रेड यानी घटा दिया है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के मुताबिक जिन स्कूलों की मान्यता रद्द की गई है, इनमें डमी छात्रों और अयोग्य उम्मीदवारों को दाखिला देने के प्रमाण मिले हैं। सचिव हिमांशु गुप्ता ने 22 मार्च को जारी बयान में कहा, क्या स्कूल संबद्धता और परीक्षा उपनियमों में निहित प्रावधानों और मानदंडों के अनुसार चल रहे हैं? यह जांचने के लिए देश भर के सीबीएसई मान्यता प्राप्त स्कूलों में औचक निरीक्षण किया गया।


राजस्थान सहित 10 राज्यों के 20 स्कूलों पर गिरी गाज
जि न स्कूलों की मान्यता रद्द की गई है इसमें एक केंद्र शासित प्रदेश (जम्मू-कश्मीर) भी शामिल है। दिल्ली के पांच स्कूल, उत्तर प्रदेश के तीन स्कूल केरल, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के दो-दो स्कूल, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और असम के एक-एक स्कूल शामिल है। निरीक्षण के बाद जारी सीबीएसई के बयान के मुताबिक 10 राज्यों के 20 स्कूलों में पाया गया कि कुछ स्कूल डमी और अयोग्य छात्रों का पंजीकरण कराने के अलावा विभिन्न कदाचारों में लिप्त पाए गए। स्कूलों में रिकॉर्ड भी ठीक से नहीं पाए गए। गहन जांच के बाद 20 स्कूलों की मान्यता रद्द करने, जबकि तीन स्कूलों को डाउनग्रेड करने का फैसला लिया गया। सीबीएसई ने अभिभावकों से इन स्कूलों से सतर्क रहने की अपील भी की है।
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